पहचान : गूगल व यूट्यूब के जरिये की पढ़ाई , मजदूर का बेटा बना आईएएस
बिजनौर | मजदूर के बेटे ने आईएएस ऑफिसर बनकर इतिहास रच दिया है। उनके अलावा विश्वजीत और हिमांशु ने भी जिले का नाम रोशन किया है। बिजनौर जनपद में नूरपुर ब्लाक के गांव सैदपुर माफी निवासी वाल्मीकि समाज के गरीब मजदूर के बेटे मुक्तेंदर ने यूपीएससी परीक्षा में 819वीं रैंक प्राप्त कर समाज व क्षेत्र का नाम रोशन किया है। गांव सैदपुर माफी निवासी मुक्तेंदर पुत्र सतीश वाल्मीकि ने प्रारंभिक शिक्षा गांव के निजी स्कूल से पूर्ण कर लक्ष्य कॉलेज स्योहारा से बीएससी परीक्षा पास कर सेल्फ स्टडी से आईएएस की परीक्षा की तैयारी घर पर ही गूगल व यूट्यूब के जरिए की। उनका कहना है कि आईएएस बनना उनका लक्ष्य था। वह समाज में गरीबी, सामाजिक असमानता को दूर करने के क्षेत्र में कार्य करना उनकी मंशा है। मुक्तेंदर के पिता सतीश वाल्मीकि कोल्हू पर मजदूरी करते हैं। मुक्तेंदर की सफलता पर पिता सतीश और माता कविता ने शुभाशीष दिया। वहीं, उनके घर पर बधाई देने के लिए गांव के लोगों का तांता लगा है।