देश का नाम रोशन करेंगे झुग्गियों से निकले ये स्टार
नई दिल्ली | 17 साल की आरती फरीदाबाद के इंदिरा कॉम्पलेक्स में बनी झोपड़ी में रहती है। इन दिनों वह होमलेस फुटबॉल वर्ल्ड कप (बेघर फुटबॉल वर्ल्ड कप) में हिस्सा लेने आई हुई है। आरती ने जब टीम इंडिया की नीली जर्सी पहनकर मेक्सिको के सिटी स्क्वेयर में बने जोकालो फुटबॉल मैदान पर पांव रखा, तो शायद ही उसके जहन में अपने घर की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों की याद बाकी हो। इस टूर्नमेंट में उन खिलाड़ियों को खेलने का मौका मिलता है, जो गरीब परिवार से हैं और जिनके पास रहने को घर नहीं है, वे स्लम में रहते हैं। आरती…
स्कूली बच्चे बने 400 लोगों को मिलेगा नया ‘सहारा’
मुंबई | मुंबई के प्रतिष्ठित बॉम्बे स्कॉटिश स्कूल के बच्चों ने शिक्षा का सही मतलब साबित कर मिसाल कायम की है। 9वीं से लेकर 12वीं क्लास तक के करीब 165 बच्चों ने अभी तक ₹43 लाख से ज्यादा रुपए क्राउडफंडिंग के जरिए इकट्ठा कर लिए हैं। यहां के बच्चे पैसे जमा कर विदर्भ क्षेत्र के दूर-दराज इलाकों के लोगों तक आर्टिफिशल लिंब पहुंचाएंगे। हर प्रॉस्थटिक लिंब की कीमत करीब 10000 रुपए होती है। ये रुपए देशभर के 165 शहरों के करीब 1500 लोगों ने दिए हैं। इन रुपयों से न सिर्फ उन्हें सहारा बल्कि एक नई जिंदगी मिलने की उम्मीद…
जरा हट के : ब्याज पर पैसे लेकर ग्रामीणों ने खुद बनाई डेढ़ सौ मीटर लम्बी सड़क
रुड़की। गांव में सीसी रोड बनाने की मांग पर सरकार के स्तर से कार्रवाई नहीं होने पर गोवर्धनपुर के ग्रामीणों ने खुद मेहनत कर करीब डेढ़ सौ मीटर लंबी सड़क तैयार कर दी। सड़क पर ग्रामीणों की लागत भी महज अस्सी हजार रुपये आई। ग्रामीणों की मानें तो उन्होंने यह रकम स्थानीय साहूकार से ब्याज पर ली है। लक्सर तहसील के गोवर्धनपुर गांव निवासी रोशनी, तारावती, गीता आदि ने बताया कि गांव में जिस गली में उनके परिवार रह रहे हैं, वहां शुरू से ही सड़क और जल निकासी की नाली नहीं बनी है। इसके चलते बाहर का गंदा…
डब्ल्यूआईसी: किड्स फैशन शो ‘डैजल’ का आयोजन
देहरादून। द वर्ल्ड इंटेग्रिटी सेंटर इंडिया ने आज अपने परिसर में किड्स फैशन शो ‘डैजल’ का आयोजन किया। एफबीबी बिग बाजार के सहयोग से फैशन शो आयोजित किया गया। देवब्रत बुड़ाकोटी और आराध्य ने 4 साल -8 साल की श्रेणी में प्रतियोगिता जीती जबकि संवी रास्तो और शौर्य राणा को 9 साल -12 साल की श्रेणी में पहली जगह से सम्मानित किया गया। शो के लिए ज्यूरी में सीईओ मोक्ष क्रिएशंस, फैशन और वॉर्डरोब डिजाइनर डॉ मांसी रास्तोगी और शिक्षाविद मर्सी फुंट्सोग नाथ शामिल रहे। बच्चों को ड्रेसिंग सेंस के आधार पर, रैंप पर चलने और क्यू एंड ए सत्र…
उत्तराखंड : “मैड” ने की प्लास्टिक की घर वापसी
देहरादून। जब उत्तराखंड अपने 18 वर्ष पूरे होने की खुशी मना रहा था तब देहरादून के शिक्षित छात्रों के संगठन मेकिंग अ डिफरेंस बाय बीइंग द डिफरेंस (मैड) संस्था की ओर से अपने दो महीने लंबे चले घर वापसी अभियान के आखरी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में सर्व प्रथम गांधी पार्क में मैड संस्था द्वारा इकठ्ठे किये गए पैकेज्ड प्लास्टिक को गांधी पार्क के गेट पर अपने सभी शुभचिंतको एवं दून वासियों के समक्ष प्रदर्शित किया गया। मैड संस्था ने घर वापसी अभियान को हिमालय दिवस अर्थात 9 सितंबर को शुरू किया था और इसके जरिये देहरादून…
गाय को बचाने के लिए नहर में लगाई, जानिए खबर
नई दिल्ली | गाय को बचाने के लिए 59 साल के एक सबइंस्पेक्टर ने मुनक नहर में छलांग लगा दी। पीसीआर में तैनात पुलिसकर्मी की मदद के लिए कुछ और लोग आगे आए। नहर की पक्की साइड वॉल की वजह से गाय को बाहर निकालने में दिक्कत आ रही थी। एक क्रेन ऑपरेटर की मदद ली गई। क्रेन की मदद से गाय को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। सुबह 9:35 बजे पीसीआर को सूचना मिली कि के. एन. काटूज थाना क्षेत्र में नई मुनक नहर में एक गाय डूब गई है। पास में ही तैनात पीसीआर को यह कॉल फॉरवर्ड…
फूड फर्म ने खाने की बर्बादी रोककर बचाए 1.2 करोड़ रुपये
मुंबई एयरपोर्ट के लाउंज, कैफे और फूड आउटलेट में रखीं डस्टबिन का निरीक्षण करके करोड़ो रुपयों के साथ खाना भी बर्बाद होने से बचा लिया गया। दरअसल पिछले साल एक फूड ऐंड बेवरेज फर्म के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (सीओओ) मुंबई एयरपोर्ट में मौजूद थे। उनकी फ्लाइट लेट हो गई थी तो वहां एयरपोर्ट परिसर में स्थित जीवीके लाउंज में गए। उनकी नजर लाउंज के डस्टबिन में पड़ी तो उन्होंने हाथों में ग्लव्स पहनकर उसे खंगालना शुरू किया। डस्टबिन का निरीक्षण करते हुए उन्हें अक्सर यात्रा करने वाले पैसेंजर की खाने की अनोखी आदत का पता चला, जो अपनी लेट नाइट…
दो स्टूडेंट्स ने बनाई 17,000 बच्चों की पढ़ाई की राह
मुंबई | एक प्रतियोगिता से शुरू हुआ एक आइडिया अब गोरेगांव के एक स्कूल में पढ़ने वाले दो स्टूडेंट्स के लिए मुहिम बन गया है। दरअसल, इस साल की शुरुआत में दोनों ने राष्ट्रीय स्तर की एक प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था। उन्हें कोई मुद्दा लेकर उसका समाधान निकालना था। पिछले दो महीने में सूर्या बालासुब्रमण्यम और त्रिशा भट्टाचार्य ने स्कूलों और लोगों से 380 किलो ई-वेस्ट इकट्ठा किया और उसे एक NGO (नॉन-प्रॉफिट ऑर्गनाइजेशन) को डोनेट कर दिया। इसके तहत ई-वेस्ट के बेहतर डिस्पोजल को लेकर वे दोनों एक अभियान चला रहे हैं। इसके जरिये उन्होंने झुग्गी में रहने…
अपने सपने : दीपावली के रंग जरूरतमंद बच्चो के संग
देहरादून | अपने सपने संस्था द्वारा आज दिनाक 04/11/2018 को सुभाषनगर देहरादून स्थित अपने प्रांगण में प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी दीपावली पर्व संस्था के जरूरतमंद बच्चों के साथ मानाये | आयोजित कार्यक्रम में बच्चे जहां रंगोली बनाने के साथ साथ बिन पटाके यह त्योहार मनाने का संकल्प लिए बच्चे गीत संगीत की प्रस्तुति कर सभी का मन मोह लिए| आयोजित कार्यक्रम में अपना कीमती समय से साथ बच्चों को चॉकलेट, बिस्किट, स्कूल बैग आदि भी प्रदान किये | कार्यक्रम के आयोजन अपने सपने संस्था, न्यू मदर चाइल्ड केयर एजुकेशनल सोसाइटी एवम स्प्रिट टू गिविंग संस्था द्वारा किया…
कुछ ऐसे लोग, जिनकी दिवाली होती है कुछ ‘अलग’
गुड़गांव | दिवाली पर हम अपने घर को रोशनी से भर देते हैं, मिठाई बांटते हैं और आतिशबाजी का लुत्फ उठाते हैं। दिवाली की तैयारियों को लेकर बाजार सज गए हैं और लोगों ने खरीदारी भी शुरू कर दी है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश और प्रदूषण की समस्या को देखते हुए लोगों के बीच पटाखे जलाने या न जलाने की बहस भी जारी है। हमारे बीच कुछ ऐसे लोग हैं जो इसे कुछ अलग अंदाज में मनाते हैं। इन सबसे अलग दिल्ली से सटे गाजियाबाद के इंदिरापुरम के शिप्रा रिवेरा निवासी एक दंपती की दिवाली है। इसके जरिए यह कपल…