किसानो के कल्याण कारी योजनाओं के सम्बन्ध में मेले का आयोजन
देहरादून| अध्यक्ष मण्डी समिति, देहरादून के द्वारा नवीन मण्डी स्थल विस्तारीकरण में कृषकों एवं आम जनता के हित में 25 अप्रैल 2015 से 27 अप्रैल 2015 तक आयोजित होने वाले मेले के सम्बन्ध में एक पत्रकार वार्ता आयोजित कि गयी । जिसमें मेंले में होने वाले प्रमुख कार्यक्रमों एवं उत्तराखण्ड कृषि उत्पादन विपणन बोर्ड/मण्डी समितियों तथा कृषकों से सम्बन्धित अन्य विभागों द्वारा किसानों के लिए चलायी जा रही कल्याण कारी योजनाओं के सम्बन्ध में चर्चा की गयी। अध्यक्ष महोदय द्वारा अवगत कराया गया कि मेले का उद्घाटन मा0 मुख्य मंत्री, उत्तराखण्ड सरकार द्वारा किया जायेगा। इस मेंले में कृषि मंत्री, उत्तराखण्ड सरकार एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति भी प्रतिभाग करेंगे। इस मेले के माध्यम से कृषकों को उनके हितों से सम्बन्धित कई महत्वपूर्ण जानकारियाॅं दी जायेगी। जो निम्न हैं।1. वेमौसमी वर्षा व ओलावृष्टि से कृषकों की फसलों जैसे गेहॅूं, मटर, टमाटर आदि को हुये नुकसान का मुवाबजा इस मेले के माध्यम से सरकार से दिलाने हेतु मुख्य मंत्री जी से अनुरोध किया जायेगा।इस सम्बन्ध में किसान अपने फसल का हुये नुकसान के लिए क्षतिपूर्ति हेतु मा0 मुख्य मंत्री जी को पत्र लिखकर मण्डी समिति को प्रस्तुत कर सकते हैं मेले में कृषकों में मौसम सम्बन्धि जानकारी भी मौसम विभाग द्वारा दी जायेगी।कृषि विभाग द्वारा कृषकों को अच्छी किस्म के बीजों के बारे में जानकारी दी जायेगी साथ कृषक यन्त्रों पर सरकार द्वारा दी जा रही सब्सिडी की जानकारी भी दी जायेगी। कृषि से सम्बन्धित विभागों जैसे कृषि विभाग, उद्यान विभाग, जैविक उत्पाद परिषद, बीज प्रमाणिकरण, हल्टी कल्चर पशुपालन, रेशम विभाग, मत्स्य पालन, टी बोर्ड, मधुमक्खी पालन, एरोमैटिक विभाग, डेरी विभाग, ग्राम्य विकास, सहकारिता विभाग, राज्य मौसम विभाग, पन्त नगर विश्वविद्यालय, हिमालय अजीविका, एवं पंजाब नेशनल बैक के विभागाध्यक्षों को आमंत्रित किया जायेगा। प्रत्येक विभाग अपना स्टाल लगाकर कृषि से सम्बन्धित आवश्यक जानकारी एवं योजनाओं से कृषकों को अवगत करायेगे।मण्डी समिति में स्थापित ओ0डब्लू0सी0 द्वारा निर्मित खाद का उत्पादन किया जा रहा है जो कृषकों को न्यूततम मूल्य पर (रू0 5 प्रति किलो) उपलब्ध कराया जा रहा है। कृषि उत्पादन विपणन बोर्ड/मण्डी समितियों द्वारा कृषको के लिए चलायी जा रही कल्याण कारी योजनों की
जानकारी दी जायेगी जो निम्न हैं-
क) छात्रवृत्ति योजना- कृषको एवं कृषक कार्यों में जुडे़ हुए लोगों के मेधावी छात्रों को चयनित कृषि विश्वविद्या
लय से स्नातक में अध्ययनरत होने पर प्रति माह रू0 1500 की छात्रवृत्ति दी जाती है।
ख) कृषक उत्पादक क्षति सहायता योजनाः- उत्तराखण्ड के अधिसूचित मण्डी क्षेत्रों में तैयार फसल का अग्नि
दुर्घटना या पशुधन की क्षति या भूमि कटाव होने पर (दावे के रूप में) वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
ग) व्यक्तिगत दुर्घटना सहायता योजनाः कृषकों, खेतिहर मजदूरों तथा मण्डी मजदूरों जो कृषि कार्य अथवा कृषि
उपकरणों के संचालन में संलग्न है दुर्घटना होने पर तीन हजार से लेकर 1.00 लाख तक की वित्तीय
सहायता प्रदान की जाती है।
घ) कृषकों के लिए अपनी आवक को मण्डी तक लाने के लिए सम्पर्क मार्गो का निर्माण।
ड़) संग्रह केन्द्रों का निर्माण, हैण्ड पम्पो की स्थापना, आपणु बाजार का संचालन आदि कार्य।