नाबार्ड द्वारा राज्य स्तरीय कार्यशाला का हुआ आयोजन
देहरादून | नाबार्ड द्वारा आधारभूत संरचना विकास निधि पर क्षमता निर्माण के लिए राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन नाबार्ड ने आज दिनांक 29 अगस्त, 2022 को अपने आईटी पार्क स्थित कार्यालय में आरआईडीएफ पर क्षमता निर्माण हेतु राज्य सरकार के विभिन्न कार्यान्वयन विभागों के लिए राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक भास्कर पंतकी अध्यक्षतामेंकी गई. कार्यशाला में राज्य सरकार के विभिन्न कार्यान्वयन विभाग यथा पीडब्ल्यूडी, सिंचाई, शिक्षा, पेयजल, कृषि, उद्यान, पशुपालन आदि के प्रतिनिधियों के साथ-साथ नाबार्ड के वरिष्ठ अधिकारियोंने भाग लिया। नाबार्ड के महाप्रबंधक डॉ. सुमन कुमार ने सभी प्रतिभागियों को स्वागत किया तथा कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राज्य के लिए मजूबत आधारभूत सुविधा का सृजन करने के लिए आरआईडीएफ का समुचित उपयोग जरूरी है। साथ ही कहा कि सभी चालू परियोजनाओं को समय से पूरा करने व धीमी गति से चल रही परियोजनाओं मे तेजी लाने के प्रयास से राज्य की प्रगति को बढ़ावा मिलेगा तथा आम जन मजबूत आधारभूत संरचनाओं की सुविधा का लाभ उठा सकेंगे। मुख्य महाप्रबंधक भास्कर पंत ने अपने अध्यक्षीय अभिभाषण में कहा कि आरआईडीएफ के तहत ऋण सुविधा बैंक दरों से कहीं सस्ती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि आरआईडीएफ में आहरण व वितरण का गैप बढ़ाता जा रहा है जिसे कम करने पर कार्य करना होगा।ग्रामीण क्षेत्रों में आधारभूत सुविधाओं में वृद्धि पर विशेष ध्यान देना होगा जो पलायन को रोकने में भी सहयोगी होगी। पहाडी क्षेत्रों में क्रेडिट एबजोर्पशन बहुत कम है। आरबीआई की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए पंत ने कहा कि पहाडी क्षेत्रों में क्रेडिट एबजोर्पशन व सीडी रेश्यों में वृद्धि आरआईडीएफ परियोजनाओं के कार्यान्वयन से हो सकती है। आधारभूत सुविधाओं के लिए पंच वर्षीय योजना बनाने का अनुरोध किया ताकि प्राथमिकता के आधार पर परियोजनाओं को पूरा किया जा सके। साथ ही सभी कार्यान्वयन विभागों से अनुरोध किया कि नवाचार परियोजनाओं को तैयार करने की तरफ ध्यान दे जो पूरे राज्य में लागू की जा सकें। उन्होंने सभी विभागों कोआरआईडीएफ के वैबपोर्टल तथा मोबाइल ऐप का प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया और कहा कि तकनीक का उपयोग कर हम आरआईडीएफ परियोजनाओं की मंजूरी, आहरण व वितरण के साथ-साथ की निगरानी भी समय पर कर सकेंगे. विकास कुमार जैन,सहायक प्रबंधक ने पीपीटी के माध्यम से कार्यशाला में आरआईडीएफ के तहत आने वाली विभिन्न गतिविधियों से सभी प्रतिभागियों को अवगत कराया। साथ ही पर्वतीय राज्य को मिलने वाली विशेष रियायतों के बारे में भी प्रकाश डाला गया। कार्यशाला में विभिन्न कार्यान्वयन विभागों के प्रतिनिधियों की समस्याओं पर भी गहन चर्चा की गई। कार्यशाला का समापन सुनील कौशिक, उप महाप्रबंधक के द्वारा प्रस्तुत धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।