जनता से जुड़े जरूरी कागजात बेच देते थे कबाड़ी को
क्या आप यकीन करेंगे की आप जो जरूरी कागजात डाक विभाग के भरोसे एक जगह से दुसरे जगह भेजते है, उन्हें कोई बीच में ही बेच भी सकता है ? शायद आपका जवाब नही मैं ही होगा, क्युकी भारतीय डाक विभाग में ऐसा करना आपको नामुकिन ही लगेगा | पर दिल्ली के कुछडाकियो ने यह वाकिया भी सच कर दिखाया, उन्होंने जनता से जुड़े अहम दस्तावेज उनके गन्तव्य तक पंहुचाने के स्थान पर उन्हें पैसो के लिए कबाड़ी को बेच दिया |
गौरतलब है की दिल्ली के कुछ डाकियो के गिरोह बनाकर इस तरह का काम किया, फिलहाल पुलिस की गिरफ्त के 6 आरोपी डाकिये लग गये है, पर अभी भी पुलिस 12 डाककर्मियों की खोज में है | मालूम हो की दिल्ली के सीमापुरी इलाके के क्षेत्रवासी काफी समय से मुख्य डाकघर में यह शिकायत कर रहे थे की उनके जरूरी दस्तावेज घरो तक नही पंहुच पा रहे है | उसके बाद पोस्टमास्टर ने इस मामले की जांच के आदेश दिए |जांच के दौरान जब गार्डरूम में गये तो डाकिये अशोक और गार्ड प्रताप को स्पीड पोस्ट और डाक से भरे चार बोरो के साथ पाया गया | बाद में पता चला की अशोक गार्डरूम से डाक चुराकर कबाड़ी को बेचता था |