उत्तराखंड : मलबा में दबने से 6 लोगों की मौत, एक घायल, एक लापता
टिहरी/देहरादून। टिहरी जिले के भिलंगना क्षेत्र में दो मकान भूस्खलन के मलबे की चपेट में आकर जमींदोज हो गए। इसमें आठ लोग दब गए। अभी तक छह शव निकाले जा चुके हैं। वहीं, एक बच्ची को जिंदा निकाल लिया गया, जबकि एक लापता है। भिलंगना विकासखंड के दूरस्थ गांव कोट बिशन में तड़के करीब चार बजे भारी बारिश से दो मकान ध्वस्त हो गए। सूचना पर एसडीआरएफ और प्रशासन की टीम गांव में रेस्क्यू को पहुंच गई। स्थानीय ग्रामीणों के साथ ही एसडीआरएफ, प्रशासन की टीम मलबे में दबे लोगों को निकालने में जुटी रही। एसडीएम पीआर चैहान के अनुसार अभी तक छह शव निकाले जा चुके हैं। वहीं, एक बच्ची को मलबे से जिंदा निकाल लिया गया। अभी एक महिला लापता हैं। दूरुस्थ क्षेत्र होने के कारण वहां संपर्क नही हो पा रहा है। मृतकों में मोर सिंह (32 वर्ष), आशीष पुत्र मोर सिंह, अतुल पुत्र हुकम सिंह, हंसा देवी (27 वर्ष),संजू देवी (24 ) पत्नी हुकम सिंह, स्वाति पुत्री राकेश सिंह शामिल हैं। घायलों में बबली (14 वर्ष) पुत्री मोर सिंह शामिल है। लक्ष्मी देवी पत्नी राकेश अभी लापता है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने टिहरी जिले के कोट गांव में भूस्खलन की घटना में मृतकों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त करते हुए स्थानीय प्रशासन को तेजी से राहत बचाव कार्य करने के निर्देश दिये हैं। एस.डी.एम घनसाली से प्राप्त सूचना के अनुसार बूढ़ाकेदार के पास स्थित कोट गांव में भू-स्खलन की चपेट में एक घर आने से आठ लोग दब गये हैं। अब तक स्थानीय लोगों की मदद से तीन डेड बाॅडी निकाली जा चुकी हैं। जिलाधिकारी टिहरी सोनिका ने घटना स्थल पर जाकर राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लिया। एसडीआरएफ व क्यूआरटी द्वारा राहत एवं बचाव कार्य किया जा रहा है। इस घटना से दुखी मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने शोक जताते हुए मृतक परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त किये | मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने जिलाधिकारी टिहरी को निर्देश दिये हैं कि शीघ्र ही घायलों की उचित इलाज की व्यवस्था एवं अनुमन्य आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाय।