गंगा की गोद से निकाले कई टन कचरा, जानिए खबर
हरिद्वार । श्रमदान में सत्संकल्पों की ऊर्जा भर जाए, तो वह महाश्रमदान बन जाता है। महाश्रमदान के ऐसे ही स्वरूप की मनोरम झांकी कुंभनगरी हरिद्वार का हृदय स्थल माने जाने वाले हरकी पैड़ी से लेकर ललताराव पुल के बीच देखने को मिली। हाथ में खुरपी, तगाड़ी, झाडू लिए हजारों पीतवस्त्रधारी लोकसेवी गंगा मैय्या की गोद में बिखरे हुए थे, जो निर्मल गंगा अभियान के संदेश को विश्व भर में फैलाने के लिए कृतसंकल्प थे। हरकी पैड़ी से लेकर ललताराव पुल तक को सात सेक्टर में बाँटकर गायत्री तीर्थ शांतिकुंज के अनुभवी कार्यकर्त्ताओं के नेतृत्व में करीब बारह सौ से अधिक स्वयंसेवकों ने अनुशासित होकर अपने-अपने कार्यक्षेत्र में खूब पसीना बहाया।इस अवसर पर जिलाधिकारी दीपेन्द्र चौधरी ने कहा कि जब-जब शांतिकुंज से सामाजिक कार्यों हेतु सहयोग माँगा है, तब-तब वे आगे बढ़कर सहयोग किया है। मुझे खुशी है कि शांतिकुंज के स्वयंसेवकों ने आज सफाई अभियान में भाग लेकर हरकी पौड़ी से लेकर ललताराव पुल तक के गंगा घाटों व गंगाजी से कूड़ा-कचरा निकाला। स्वयंसेवकों की लगन, तन्मयता व कार्यशैली से प्रभावित जिलाधिकारी श्री चैधरी ने नगर निगम के अधिकारियों से कहा कि शांतिकुंज के साधकों से सफाई कैसे की जाती है, इसे सीखो। शांतिकुंज दल के नेतृत्व कर रहे हरिमोहन गुप्त ने बताया कि गायत्री परिवार शांतिकुंज द्वारा निर्मल गंगा जन अभियान के अंतर्गत भारत की नदियों में स्वच्छता अभियान अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या जी के नेतृत्व में चल रहा है। आज जिलाधिकारी चौधरी के आवाहन पर हरिद्वार के हृदय स्थल माने जाने वाले हरकी पौड़ी में वृहत स्तर पर स्वच्छता अभियान चलाया गया। इसमें शांतिकुंज व देसंविवि परिवार के बारह सौ से अधिक लोगों ने जमकर पसीना बहाया। सफाई अभियान में सिटी मजिस्ट्रेट जगदीश लाल, नगर निगम के उप आयुक्त नेगी, शांतिकुंज के रामसहाय शुक्ल, विष्णु मित्तल, कामता प्रसाद साहू, जयसिंह यादव, अजय त्रिपाठी, संतोष सिंह आदि के अलावा देसंविवि के एनसीसी से जुड़े युवा, भारत स्काउट गाइड जनपद शांतिकुंज के विद्यार्थी सहित विभिन्न राज्यों से गायत्री तीर्थ आये विभिन्न प्रशिक्षण सत्रों के प्रशिक्षणार्थी शामिल रहे।