केदारनाथ आपदा के होटल व्यवसायियों की बैंक ऋण माफ़ हो
होटल एशोसिएशन रूद्रप्रयाग द्वारा मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा गया है। जिसमें 16-17 जून 2013 को केदारनाथ में आयी प्राकृतिक आपदा से सबसे अधिक प्रभावित होटल व्यवसायियों की बैंक ऋण पर न्याय संगत निर्णय लेने का अनुरोध किया गया है। एसोसिएसन द्वारा कहा गया है कि 16-17 जून 2013 को आई प्राकृतिक आपदा से रूद्रप्रयाग जनपद पूरी तरह से प्रभावित हुआ रूद्रप्रयाग जिला मुख्यालय जो केदारनाथ के साथ-साथ बद्रीनाथ जाने का भी मुख्य केन्द्र है इस आपदा की वजह से पर्यटन व्यवसाय पूरी तरह ठप हो गया जबकि लोगों ने बैंकों से ऋण लेकर होटल निर्माण कर रखे है, यद्यपि मुख्यमंत्री द्वारा तिलवाड़ा से ऊपर के सभी व्यवसायों का एक साल का बैंक ऋण माफ तथा बिजली व पानी के बिल माफ करने की घोषणा की गई है किंतु अभी तक बैंको का एक साल का ऋण माफी का भी कोई शासनादेश जारी नहीं हुआ है, हम यहां यह भी निवेदन करना चाहते है कि इस आपदा से पूरे जनपद के लिए एक ही आदेश किये जाने की आवश्यकता है, कोई भी होटल व्यवसायी बैंक का ऋण नहीं लौटाने के पक्ष में नही है, किंतु जब सम्पूर्ण उत्तराखण्ड की आर्थिक स्थिति बहुत ही चिंता जनक हो गई है और आय का कोई श्रोत नहीं रह गया, जब कि बैंको द्वारा होटल व्यवसायिओं को एक मुश्त सम्पूर्ण धनराशि जमा करने का नोटिस जारी किये गये है यह स्थिति समस्त व्यवसाओं के लिए अत्यंत संकट की हो गई है। होटल व्यवसायियों द्वारा लिये गये ऋण की समयावधि कम से कम तीन साल बढ़ाई जाए, होटल व्यवसायियों का तीन वर्ष का ब्याज माफ किया जाय तथा समस्त जनपद के होटल व्यवसायियों का तीन साल का बिजली एवं पानी का बिल भी माफ किया जाए। ज्ञापन देने वालो में होटल एशोशिएसन के अध्यक्ष हिमपाल सिंह भण्डारी तथा सचिव अरविन्द सिंह नेगी के साथ ही जनपद रूद्रप्रयाग के विभिन्न होटल व्यवसायी शामिल है।