‘‘मेरा गांव मेरी सडक‘‘ तथा ‘‘मेरा वृक्ष मेरा धन योजना‘‘ के लिए समीक्षा बैठक
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सचिवालय में ‘‘मेरा गांव मेरी सडक‘‘ तथा ‘‘मेरा वृक्ष मेरा धन योजना‘‘ के क्रियान्वयन के सम्बन्ध में सभी जिलाधिकारियों व वनाधिकारियों के साथ विडियो क्रांफ्रेसिंग के माध्यम से समीक्षा की। उन्होने इन योजनाओं को अधिक से अधिक गांवो तथा लोगो तक पहुंचाने के लिये जिलाधिकारियों से सक्रियता से कार्य करने का कहा, उन्होने कहा कि 1 कि.मी. तक सडक गांवो को जोडने के लिये प्रस्ताव शीघ्र तैयार किये जांय। इस वर्ष प्रत्येक ब्लाक में दो सडकें इस योजना में बनेगी, इसमें 50 प्रतिशत धनराशि ग्राम्य विकास विभाग तथा 50 प्रतिशत धनराशि मनरेगा के तहत…
स्वच्छ्ता अभियान का आइकॉन समझे या देश का दुर्भाग्य
कूड़े बीनने वाले बच्चो को स्वच्छता अभियान का आइकॉन समझा जाय या देश का दुर्भाग्य समझा जाय . जिस तरह भारत सरकार अलग अलग अभियान प्रचार प्रसार के माध्यम से लोगो के बीच पहुचाती है ठीक उसी तरह ऐसे बच्चो के लिए अभियान क्यों नहीं देश की तरकी तभी होगी जब देश के भविष्य यानी बच्चो का भविष्य उज्जवल किया जाए . भारत सरकार और प्रदेश सरकार मिल कर इसके प्रति अभियान चलाये जिससे ऐसे बच्चो के भविष्य के साथ साथ उनके परिवार का भी भविष्य बनाया जा सके . ऐसे एक बच्चे का भविष्य सुधरना मतलब उनके पुरे परिवार…
क्या सिर्फ कपड़े धोना ही महिलाओ का काम : शिल्पा शेट्टी कुंद्रा
एरियल इंडिया और नील्सन इंडिया का संयुक्त सर्वे मुंबई! एरियल इंडिया और नील्सन इंडिया के सहयोग से 5 शहरों के भारतीय घरों में सर्वे हुआ. सर्वेक्षण में खुलासा किया गया कि दो तिहाई से अधिक भारतीय महिलाओं को घर में पुरूषों और महिलाओं के मामले मेंअसमानता का अहसास होता है’85 प्रतिशत भारतीय महिलाओं को लगता है कि उनकी 2 नौकरियां होती है , एक कार्यालय में और दूसरी घर पर’.76 प्रतिशत भारतीय पुरूष कपड़े धोना महिलाओं का ही काम मानते हैं’. एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान शिल्पा शेट्टी कुंद्रा,नेहा धूपिया और मंदिरा बेदी द्वारा यह सवाल उठाया गया की क्या…
कुमार विश्वास को पद्मविभूषण क्यों नहीं
एक ऐसे समाजसेवी जो अपना पूरा जीवन बधुआ मजदूरी करने वालो बच्चो के अच्छे भविष्य के लिए लगा दिए ऐसे समाजसेवी को भारत सरकार द्वारा उच्च सम्मान तक नहीं दिया गया वहीं ऐसे समाजसेवी को विश्व का सबसे बड़ा सम्मान नोबल पुरस्कार दिया गया . बात हो रही कैलाश सत्यार्थी की . इसी से आप अनुमान लगा सकते है की भारत सरकार सम्मान देने के प्रति कितनी पारदर्शी है . सूत्रों द्वारा ज्ञात है की भारत सरकार कुछ पत्रकार ,लेखक , और कवियों को पद्मविभूषण का सम्मान देने जा रही है . लेकिन इसमें कुमार विश्वास का नाम न…
आतंकवाद, इस्लाम और मासूम युवा
पूरे विश्व के लिये आतंकवाद एक ऐसी समस्या है जो ज़ड़ से जब तक समाप्त नहीं होगा एसे ही समाज के लिये शैतान के रूप मे बनी रहेगी.लगभग पूरा देश आतंकवाद से जुझ रहा है . आतंकी हमले की बात करे तो हाल ही में पाकिस्तान के पेशावर के एक स्कूल में आतंकियों ने जिस तरह से मासूमो पर आतंक फैलाया इसके बाद फ्रांस में एक साप्ताहिक पत्रिका के दफ्तर पर हमला कर आतंकियों ने दस पत्रकारों को मारा इतना ही नहीं अमेरिका से लेकर ऑस्ट्रेलिया तक आतंकियों का आतंक बना हुआ है . जितने आतंकी संगठन है वे मासूम…
कहाँ गये धर्म के ठेकेदार
हमारे देश मे धर्म के आड़ मे अनेक कुरीतिया और अंधविश्वास हो सकते है . इतना ही नहीं धर्म के ठेकेदार धर्म के आड़ मे अपना बाज़ार चमकाने के लिये तोड़ फोड़,आगज़नी, चक्काजाम, कर सकते है लेकिन देश मे महिलाओ पर हो रहे अत्याचार के लिये इन सभी के हाथ बदद् जाते है .हाल ही मे उदयगढ़ के एक गाव मे भीड़ पंचायत मे कुछ युवको ने एक महिला को निवस्त्र कर उसके बाल काट के पूरे गाव मे घुमाया . क्या हमारा समाज पी के फिल्म के लिये तोड़ फोड़,आगज़नी, चक्काजाम, कर सकते है जो की अनुचीत है तो महिलाओ के…
धर्मांतरण नहीं देश को विकास और एकता चाहिए
अरुण कुमार यादव धर्मांतरण शब्द वर्तमान समय में बहुत प्रचार प्रसार कमा रहा है . हाल ही में धर्मांतरण को लेकर आगरा में जो भी कुछ हुआ यह किसी से छुपा नहीं है . जहाँ आरएसएस इसे घर वापसी का का नाम दे रही है वही राजनीती दल राजनीती रोटिया सेकने में लगे हुए है .धर्म परिवर्तन पर राजनीती कितना सही और कितना गलत है ये सोचने की बात नहीं विचार तो इस पर होनी चाहिए आखिर ये घटना चक्र क्यों और किस उद्देश्य से उठ रहे है . भारत एक लोकतान्त्रिक देश है यहाँ पर हर धर्म और…
पेशावर आतंकी हमले में घायल बच्चो के लिए भेजे गये “गेट वेल सून कार्ड”
देहरादून अपने सपने वेलफेयर सोसाइटी की तरफ से पेशावर में जो आर्मी स्कूल में आतंकी हमला हुआ था,उन में जो बच्चे और टीचिंग स्टाफ अस्पताल में भर्ती है , उन घायलों के लिए “गेट वेल सून” कार्ड बनवाए ! ये सभी कार्ड छावनी परिषद विध्यालय और “अपने सपने पाठशाला” के बच्चो ने पेशावर में हुए इस कायराना हमले में घायल बच्चो और टीचिंग स्टाफ के प्रति सम्वेदना व्यक्त करते हुए एवं उनके जल्दी स्वस्थ होने की कामना करते हुए बनाये ! सभी कार्ड्स को “अपने सपने वेलफेयर सोसाइटी” द्वारा दिल्ली में आगाज़-ए-दोस्ती की टीम को भेजे जायेंगे , उस के…
आखिर बच्चो का क्या कसूर
पाकिस्तान के पेशावर में आतंगवाद की जो घिनवानी कृत आतंगवादियो द्वारा किया गया उससे यही प्रतीत होता है की उनके हौसलों पर भगवान का भी रुह काॅप जाये . पेशावर के सैनिक स्कूल में पढ़ने वाले मासूम बच्चो का सपना रहा होगा एक दिन आतंगवाद को जड़ से समाप्त करने का लेकिन उन मासूम बच्चो को क्या मालूम यही इनके सपनो को चूर करने का कारण बनेगे . विशव समुदाय को आतंगवाद के खिलाफ एक जुट होकर आतंगवादी रूपी पिचाश को समाप्त करने का कठोर कदम उठाना पड़ेगा .
युवाओं का नशा देश भक्ति में हो न कि नशा पदार्थों में
आज हमारा देश युवाओं के भविष्य पर टीका है देश के युवा जिस दिशा में जा रहे है वह देश के लिए घातक होगा। अनेक युवा नशा खोरी एवं नशे में लिप्त पाए जा रहे हे जिससे यह संकेत मिलना लाजमी है देश का भविष्य किस तरपफ जा रहा है युवाओं का ताकत देश को सवारने में लगना चाहिए न कि नशा के माध्यम से ताकत को कमजोर करना चाहिए। इस क्रम में परिवार के लोग अपने बच्चों को अच्छे संस्कार दे तथा सही गलत की पहचान करने की क्षमता प्रदान करे। माता- पिता इतनी मुश्किलों से अपने बच्चों…