चारधाम में वीआईपी मूवमेंट के कारण आम श्रद्धालुओं को दर्शन से न रोकने का आदेश
केदारनाथ व हेमकुण्ट साहिब सहित चारधाम में प्रसाद के तौर पर चौलाय के लड्डू भी दिए जाएं। वीआईपी मूवमेंट के कारण आम श्रद्धालुओं को दर्शन से न रोका जाए। गौरीकुण्ड से केदारनाथ मार्ग पर 1000 से 1500 तक अतिरिक्त लोगों के रूकने की पुख्ता व्यवस्था जल्द से जल्द की जाए। इनमें 1-2 रैन बसेरे भी बनाए जाएं। घोड़ा, खच्चर, पालकी वालों की संख्या बढ़ाई जाए। सुलभ के 50 अतिरिक्त शौचालय निर्मित किए जाएं। यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि केदारनाथ मार्ग पर पीने के पानी, बिजली, चिकित्सा सुविधाओं में कोई कमी न रहे। सोमवार को सचिवालय में केदारनाथ व हेमकुण्ट साहिब यात्रा की व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उक्त निर्देश दिए। गौरतलब है कि कल रविवार को ही मुख्यमंत्री श्री रावत ने श्री केदारनाथ धाम के दर्शन करने के साथ ही वहां आए श्रद्धालुओं से उपलब्घ कराई जा रही सुविधाओं के बारे में फीडबैक लिया था और सभी व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया था। अगले ही दिन आज अधिकारियों की बैठक बुला कर मुख्यमंत्री ने सामने आई कमियों के बारे में अधिकारियों को अवगत कराते हुए इन कमियों को जल्द से जल्द दुरूस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस बार चारधाम पर श्रद्धालुओं की संख्या में तीन-चार गुना तक वृद्धि होने की सम्भावना है। सुनिश्चित कर लिया जाए कि इसके कारण व्यवस्थाओं में कोई कमी नहीं आनी चाहिए। मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि चारधाम यात्रा में ड्यूटी कर रहे कार्मिकों का वास्तविक खर्च उन्हें मिल रहे डीए की तुलना में कहीं अधिक है।