जरा हटके : हाईकोर्ट को गौलापार शिफ्ट करने की मुहिम तेज
हल्द्वानी। उत्तराखंड हाईकोर्ट को गौलापार शिफ्ट करने की मुहिम तेज हो गई है। मंगलवार को गौला रेंज के रेंजर आरपी जोशी के नेतृत्व में लोक निर्माण विभाग छकाता रेंज के अधिकारियों ने गौलापार आईएसबीटी के लिए पूर्व में प्रस्तावित जमीन, इंटरनेशनल जू व स्टेडियम से लगी जमीन का निरीक्षण किया। इस दौरान टीम ने उक्त जमीन की पूरी मार्किंग की और डिटेल रिपोर्ट बनाई। इस दौरान छकाता रेंज के रेंजर सुशील कुमार, लोनिवि के असिस्टेंट इंजीनियर दिनेश कुमार सिंह समेत दोनों विभाग के कर्मचारी मौजूद रहे।
उत्तराखंड के नैनीताल हाईकोर्ट को नैनीताल से शिफ्ट करने पर लंबे समय से चर्चा चल रही है, लेकिन जगह चिह्नित नहीं हो पा रही थी। अब गौलापार में जू की जमीन पर हाईकोर्ट बनाने की योजना पर काम किया जा रहा है। वन विभाग इस मामले में हाईकोर्ट की टीम के साथ मिलकर काम कर रहा है। वन विभाग के सूत्रों के मुताबिक गौलापार में अंतराष्ट्रीय जू के लिए चिह्नित जमीन पर हाईकोर्ट बनाने को लेकर काम हो रहा है।
गौलापार में 412 हेक्टेयर वन भूमि में अंतराष्ट्रीय जू 2015 से प्रस्तावित है। हालांकि अभी केवल जू की बाउंड्री ही बन पाई है। अब इसी जमीन पर हाईकोर्ट लाने की तैयारी चल रही है। सूत्रों के अनुसार जू में जहां बॉयोडायवर्सिटी पार्क बनना था उस जगह को चिन्हित किया गया है। जिस जगह पर आईएसबीटी बनाया जाना था और स्टेडियम के बगल की जमीन को भी हाईकोर्ट का हिस्सा बनाए जाने की योजना है। एचएमटी फैक्ट्री के बंद होने के बाद उसकी भूमि के इस्तेमाल को लेकर कई चर्चाएं चलीं। फैक्ट्री की भूमि पर नैनीताल से हाईकोर्ट शिफ्ट करने पर भी चर्चा की गई। वरिष्ठ अधिवक्ता एमसी कांडपाल ने बाकायदा मुख्य न्यायाधीश को बकायदा पत्र भी लिखा था। लेकिन बीते दिनों सीएम धामी मिनी सिडकुल की घोषणा कर दी। नैनीताल से शिफ्ट करने को लेकर हाईकोर्ट ने अपनी वेबसाइट पर लोगों से राय मांगी थी। जिस पर 70 प्रतिशत लोगों ने शिफ्टिग को लेकर हामी भरी थी वहीं नैनीताल बार काउंसिल ने शिफ्टिंग का विरोध किया है। जबकि कुछ अधिवक्ताओं का कहना था कि नैनीताल से हाईकोर्ट शिफ्ट होता है तो उसे गैरसैंण में स्थापित होना चाहिए।