ताशी व नुंग्शी से न केवल लड़कियों को बल्कि लडकों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए : सीएम
बीजापुर हाउस में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ताशी व नुंग्शी और उनके माता-पिता के सम्मान में जलपान का आयोजन किया। इसमें जुड़वा बहनों ताशी व नुंग्शी के साथ ही उनके माता-पिता अंजु थापा मलिक व कर्नल(से.नि.) वीरेंद्र सिंह मलिक, अन्य परिवारजन, सचिव खेल शैलेश बगोली,गोदावरी थापली, सहित अन्य लोग उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने सचिव खेल शैलेश बगोली को निर्देश दिए कि ताशी व नुंग्शी को राज्य के एडवेंचर स्पोर्ट्स की ब्रांड एम्बेसेडर बनाए जाने के लिए औपचारिकताओं को शीघ्र पूरा करें। साथ ही राज्य में साहसिक खेल व साहसिक पर्यटन की विभिन्न सम्भावनाओं के प्रचार-प्रसार में दोनों बहनों का सहयोग किस प्रकार लिया जा सकता है, इसकी रूपरेखा तैयार करें। मुख्यमंत्री ने ताशी व नुंग्शी को सेवन समिट (सातों महाद्वीप में सबसे ऊंची पर्वत चोटी) के साथ ही उत्तरी धु्रव व दक्षिणी धु्रव पर भी सफलता पाने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड को अपनी बेटियों पर नाज है जिन्होंने राज्य का नाम पूरी दुनिया में रोशन किया है। मुख्यमंत्री रावत ने मलिक बहनों के माता-पिता को भी बधाई दी। कहा कि अपनी दोनों बेटियों को जिस प्रकार उन्होंने प्रोत्साहित किया है, वह सभी के लिए प्रेरणास्पद है। बेटियां आज किसी से कम नहीं हैं, अवसर पर मिलने पर वे एवरेस्ट पर भी विजय प्राप्त कर रही हैं। ताशी व नुंग्शी से न केवल लड़कियों को बल्कि लडकों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए कि अपनी ऊर्जा का सकारात्मक उपयोग करने पर कामयाबी हासिल की जा सकती है। अगर हम ठान लें तो कोई काम असम्भव नहीं है। गौरतलब है कि ताशी व नुंग्शी विश्व की पहली जुड़वा बहनें हैं जिन्होंने सेवन समिट (सातों महाद्वीप में सबसे ऊंची पर्वत चोटी) पर चढ़ने में सफलता पाई है। इसके लिए गिनिज वल्र्ड रिकार्ड में भी उनका नाम शामिल किया गया है।