नेककार्य : शिविर में 620 आँखों के रोगियों की जाँच की गई
देहरादून। महन्त इन्द्रेश हॉस्पिटल एवँ गुरु राम राय मेडिकल कॉलेज पटेल नगर के सहयोग से दून सिख वैलफेयर सोसायटी के द्वारा आयोजित 41वा निशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर बारात घर, नानक निवास, सुभाष रोड पर आज भव्य समापन कार्यक्रम हुआ। अध्यक्ष विजय कुमार गुप्ता ने मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथियों, एवं सम्मानित सदस्यों एवं आगुन्तको का स्वागत किया। संयोजक सरदार इन्द्र जीत सिंह ने अपनी रिपोर्ट मे अवगत कराया कि कैम्प में 620 रोगियों की जाँच की गयी जिसमें 95 मरीजों का मोतियाबिंद का आप्रेशन हुए तथा 90 मरीजों की रिफ्रेक्शन की जाँच हुई। दवाइयां, पढने के चश्मे निशुल्क दी गयीं एवं जिन मोतियाबिंद या अन्य जिन्हें उच्च जाँच की आवश्यकता थी उन्हें शिविर मे रखा गया और महन्त श्री इन्द्रेश हॉस्पिटल निर्देश पर खाली बेडस के अनुसार भेजा गया और कल शनिवार को अन्तिम बैच गया। ऑपरेशन, उच्च जाँच एवं रहने खाने की व्यवस्था निशुल्क थी। मेडिकल टीम एवं सबके सहयोग से कैम्प सफल रहा। संस्थापक अध्यक्ष सरदार कृपाल सिंह चावला जी सोसायटी के माध्यम से किये जा रही सेवाओं से सम्बंधित जानकारी दी। मुख्य अतिथि डॉक्टर एस फारूख जी ने सोसायटी की सेवाओं का उल्लेख करते हुए संस्थापक अध्यक्ष सरदार कृपाल सिंह चावला को बधाई दी जिनके मार्गदर्शन से प्रतिवर्ष सोसायटी नये आयाम प्राप्त कर रही है। अपना सहयोग सदैव देने के साथ उन्होंने सोसायटी के भविष्य हेतु शुभकामनाएं दी। विशिष्ट अतिथि डाँ तरुन्नम शकील प्रभारी नेत्र प्रभारी महन्त श्री इन्दैश विजय हास्पिटल ने सोसायटी का आभार व्यक्त करते हुए भविष्य मे सहयोग का पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। मरीजों आप्रेशन के पश्चात ध्यान रखने एवं बराबर दवाई डालने की जानकारी दी। विशिष्ट अतिथि सरदार गुरु बख्श राजन अध्यक्ष गुरु सिध सभा देहरादून ने भी सोसायटी की सेवाओं की तारीफ करते हुए शुभकामनाओं के हर समय हर प्रकार का सहयोग देने का आश्वासन दिया। महन्त श्री इन्द्रेश हास्पिटल के डॉक्टरो नर्सिंग एवं अन्य स्टाफ को उनके सहयोग के लिये सम्मानित किया गया।अन्त मे कृष्ण कुमार अरोड़ा ने सबका धन्यवाद ज्ञापन देते हुए सबसे तन, मन.और धन से यथासंभव सहयोग करने की अपील की। कार्यक्रम मे शहर के सम्मानित समाजसेवी अनिल वर्मा, मोहम्मद आरिफ, विशंभर नाथ बजाज, आर के बक्शी, आर के रत्रा व अन्य और व्यापारी, कार्यकारिणी सदस्य आजीवन सदस्य, के साथ मरीज एवं उनके परिवार के सदस्य उपस्थित रहे।