‘‘साप्ताहिक महिला हाट’’ का शुभारम्भ
महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था में बड़ा परिवर्तन लाया जा सकता है। गांवों को उत्पाद केंद्र में परिवर्तन के लिए बहुत से नीतिगत फैसले लिए गए हैं। रविवार को विकास भवन, सर्वे चैक के पास मुख्यमंत्री महिला स्वयं सहायता समूह सशक्तिकरण योजना के अंतर्गत ‘‘साप्ताहिक महिला हाट’’ का शुभारम्भ करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत कहा कि हमारा प्रयास है कि गांवों की अर्थव्यवस्था को शहरों की अर्थव्यवस्था से जोड़ा जाए। इसके लिए अधिक से अधिक साप्ताहिक बाजार शुरू करने होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांवों केा उत्पादन केंद्र व उत्पादकों को छोटे व्यवसायियों में बदलने होगा। बहुत से महिला स्वयं सहायता समूह अच्छा काम कर रहे हैं। अन्य महिला स्वयं सहायता समूहों को भी इसके लिए प्रेरित करना होगा। गांवों के उत्पादों को शहरों में मार्केट उपलब्ध करवाना होगा। इसी के तहत प्रत्येक जिले में साप्ताहिक महिला हाट लगाने के निर्देश दिए गए हैं। आज देहरादून से इसकी शुरूआत की गई है। प्रत्येक महिला स्वयं सहायता समूह का पांच हजार रूपए की प्रारम्भिक राशि से बैंक खाता खोला जा रहा है। जो महिला स्वयं सहायता समूह सक्रिय होंगे, उन्हें अनुदान के तौर पर 20 हजार रूपए की राशि दी जाएगी। इसके साथ ही जो महिला मंगल दल या महिला स्वयं सहायता समूह गांवों में लीज पर भूमि लेकर सामूहिक खेती करेगा उसे 1 लाख रूपए का अनुदान दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने देहरादून में साप्ताहिक ग्रामीण हाट शुरू करने पर प्रमुख सचिव मनीषा पंवार व मुख्य विकास अधिकारी देहरादून आलोक कुमार पाण्डेय को बधाई देते हुए कहा कि मुख्य विकास अधिकारियों के वार्षिक मूल्यांकन में महिला स्वयं सहायता समूहों के सशक्तिकरण में किए जाने वालो कार्यों को भी लिया जाए। साप्ताहिक महिला हाट लगाने से पूर्व उसका पर्याप्त प्रचार-प्रसार किया जाए। अधिकारियों को भी सपरिवार इनमें आकर खरीददारी करने के लिए प्रेरित किया जाए। मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि धीरे-धीरे साप्ताहिक महिला हाट का कन्सेप्ट लोकप्रिय हो जाएगा।