स्वच्छता अभियान पर रावत सरकार का पहला कदम
सचिवालय में केबिनेट बैठक के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदेश की जनता को स्वच्छ व पारदर्शी शासन देना है। कानून व्यवस्था को मजबूत करते हुए भ्रष्टाचार रहित विकास के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। नौजवानों का कल्याण व स्वर्णिम भविष्य, मातृशक्ति की सुरक्षा व सम्मान सुनिश्चित किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की भावनाओं के अनुरूप किसानों के कल्याण के लिए बिजली, पानी, खाद व अच्छा बीज उपलब्ध करवाया जाएगा। प्रधानमंत्री जी द्वारा प्रारम्भ किए गए स्वच्छ भारत अभियान व निर्मल गंगा अभियान को प्रदेश में तेजी से आगे ले जाया जाएगा। गंगा की स्वच्छता व निर्मलता के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। मुख्यमंत्री ने केबिनेट बैठक में लिए गए निर्णयों की जानकारी देते हुए बताया कि बजट की तैयारियों के लिए बहुत कम समय मिलने के कारण लेखानुदान लाया जाएगा। केबिनेट ने 24 से 29 मार्च तक के लिए विधानसभा के सत्र के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। राज्यपाल से इसके लिए अनुरोध किया जाएगा। राज्यपाल के अभिभाषण को अंतिम रूप देने के लिए मुख्यमंत्री को अधिकृत किया गया है। प्रधानमंत्री जी के स्वच्छता अभियान को प्रदेश में तेजी देने के लिए सोमवार 20 मार्च को सभी मंत्रीगण, व्यक्तिगत रूप से विभिन्न स्थानों पर एक घंटा अभियान चलाएंगे। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत व केबिनेट मंत्री मदन कौशिक हरिद्वार में, सतपाल महाराज सतपुली में, प्रकाश पंत डोईवाला में, डा.हरक सिंह रावत स्वर्गाश्रम में, यशपाल आर्य रूड़की में, अरविंद पाण्डे कोटद्वार में, सुबोध उनियाल ऋषिकेश में, रेखा आर्य विकासनगर में, डा. धनसिंह रावत मसूरी में इस अभियान में प्रतिभाग करेंगे। मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि सोमवार को सभी मंत्रीगणों को देहरादून आना है, इसलिए परिस्थितिजन्य कारणों से निकटवर्ती स्थानों में सोमवार को स्वच्छता अभियान का कार्यक्रम रखा गया है। स्वच्छता अभियान एक सतत् अभियान है।