सर्च : 31 बाल एवं किशोर श्रमिक ऑटोमोबिल वर्कशॉप, होटल, ढाबे, कूड़ा बीनने के कार्य में चिन्हित किए गए
देहरादून। जनपद देहरादून के रिस्पना पुल, हरिद्वार रोड, आई०एस०बी०टी० रोड, तहसील चैक, त्यागी रोड़, आदि क्षेत्रों में बाल श्रम उन्मूलन सप्ताह अभियान (12 जून से 20 जून तक) के क्रम में जिला बाल श्रम टास्क फोर्स देहरादून द्वारा रेस्क्यू अभियान चलाया गया जिसमें से 500 से अधिक प्रतिष्ठानों का संघन सर्वेक्षण निरीक्षण किया गया, निरीक्षण के दौरान कुल 31 बाल एवं किशोर श्रमिक ऑटोमोबिल वर्कशॉप, होटल ढाबें, कुडा-बीनने वाले आदि कार्य करते हुए चिन्हित किये गये। जिला बाल कल्याण समिति द्वारा रेस्क्यू किये गये बच्चों के बयान दर्ज किये गये। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा इन बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। शिक्षा विभाग की टीम द्वारा उन बच्चों के शैक्षिणिक पुर्नवास कराये जाने हेतु उनसे डिटेल लिये गये। डी०टी०एफ० टीम द्वारा 09 बाल श्रमिकों के नियोजकों के विरूद्ध प्रथम सूचना रिपोट दर्ज करायी गयी है। उक्त अभियान में टीम का नेतृत्व के० के० गुप्ता, सहायक श्रम आयुक्त, ऋषिकेश द्वारा किया गया, टीम में पिंकी टम्टा श्रम प्रवर्तन अधिकारी देहरादून, बृजमोहन श्रम प्रवर्तन अधिकारी देहरादून, हेमन्त कण्डूरी एस०ओ० पुलिस विभाग व एण्टी हयूमन ट्रैफिकिंग यूनिट देहरादून धर्मलाल समाज कल्याण विभाग देहरादून सुरेश उनियाल बचपन बचाओ आन्दोलन देहरादून, जसवीर रावत चाईल्ड चाईन देहरादून, मानसी समन्वयक समर्पण संस्था देहरादून, सम्पूर्णा भट्ट प्रोटेक्शन ऑफिसर, जिला प्रोबेशन कार्यालय देहरादून, रश्मि बिष्ट, प्रोटेक्शन ऑफिसर, जिला प्रोबेशन कार्यालय देहरादून, अखिलेश जिला प्रोबेशन कार्यालय देहरादून, शमीना सिद्धकी पराविधिक कार्यकर्ता जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देहरादून, जहांगीर अलाम पराविधिक कार्यकता जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, निधि कुकरेती समन्वयक, रेलवे चाईल्ड लाईन मौजूद रहे। नोडल ऑफिसर उमेश राय ने कहा कि चिन्हित सेवायोजकों के विरूद्ध नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही की जाएगी तथा बाल श्रम रेस्क्यू की गतिविधियां आगे भी जारी रहेंगी।