दुर्गा अष्टमी पर घर-घर हुआ कन्या पूजन
देहरादून। शारदीय नवरात्र की दुर्गा अष्टमी पर पूरे दून में श्रद्धालुओं ने कन्या पूजन कर परिवार की खुशहाली की मन्नतें मांगी। साथ ही मंदिरों में हवन अनुष्ठान किए गए। श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना कर व्रत समाप्त किया। मंदिरों में सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। दून के शहरी क्षेत्रों के अलावाकालसी के काली माता मंदिर और विकासनगर के डाकपत्थर रोड स्थित दुर्गा मंदिर दुर्गा सप्तशती पाठ के बाद हवन किया गया। पछुवादून के अन्य शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर कन्या पूजन किया गया। श्रद्धालुओं ने कन्याओं को माता की चुनरी और प्रसाद भेंट किया। वहीं, अस्पताल रोड के काली माता मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए विशेष अनुष्ठान किया गया। श्रद्धालुओं ने सामूहिक तौर पर कन्या पूजन कर परिवार के साथ ही क्षेत्र की खुशहाली की कामना की। पंडित मनोज पैन्यूली ने श्रद्धालुओं को कष्टों से दूर करने के लिए दुर्गा कवच का पाठ किया। उन्होंने कन्या पूजन के महत्व का वर्णन करते हुए बताया कि नवरात्र में सप्तमी तिथि से कन्या पूजन शुरू हो जाता है। अष्टमी और नवमी के दिन कन्याओं को नौ देवियों का रूप मानकर स्वागत किया जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और भक्तों को सुख समृद्धि देती हैं। कहा कि सिर्फ नौ दिन ही नहीं जीवन भर कन्याओं और महिलाओं का सम्मान करने से व्यक्ति की दरिद्रता दूर होती है। साथ ही विकासनगर के भोजावाला रोड स्थित दुर्गा माता मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालु भजन कीर्तन करते रहे। हरबर्टपुर, सहसपुर, सेलाकुई, सुद्धोवाला, झाझरा आदि क्षेत्रों में भी घर-घर कन्या पूजन किया गया।