सरकार को आखिर भर्ती घोटालों की सीबीआई जांच से परहेज क्यों? : राजीव महर्षि
देहरादून। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी राजीव महर्षि ने गांधी पार्क में शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे बेरोजगार युवाओं के साथ बुधवार रात पुलिस द्वारा किए गए बर्बर, अमानुषिक और निंदनीय कृत्य की कड़ी निन्दा करते हुए इसे चोरी और सीनाजोरी करार दिया है। महर्षि ने कहा कि भ्रष्टाचार का विरोध राज्य की धामी सरकार को इस कदर नागवार गुजरा कि मध्य रात्रि को पुलिस भेजकर बेरोजगार युवाओं को उठाया गया, प्रदेश में आज तक ऐसा कोई उदाहरण नहीं देखा गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार एक भी भर्ती को ईमानदारी और शुचिता से नहीं करवा पाई है जबकि बेईमानी की जांच की मांग कर रहे नौजवानों को रात के अंधेरे में पुलिस का इस्तेमाल कर हिरासत में लिया जा रहा है, यह एक तरह से धामी सरकार की कदाचरण के प्रति स्वीकारोक्ति है। उन्होंने कहा कि सरकार अपने दायित्व का निर्वहन करने में पूरी तरह विफल रही है। सरकार बेरोजगार युवाओं का भरोसा खोने के साथ अपनी प्रासंगिकता भी खो बैठी है। उन्होंने कहा कि भर्ती परीक्षाओं में धांधली, घोटालों की सीबीआई जांच ही एकमात्र रास्ता रह गया है। सरकार तुरंत इस आशय की घोषणा करे। उन्होंने कहा कि नौजवानों के साथ हो रहे अन्याय की कांग्रेस न सिर्फ निंदा करती है, बल्कि बेरोजगार युवाओं के आंदोलन का समर्थन भी करती है। उन्होंने दोहराया कि सीबीआई जांच ही भर्ती घोटालों पर विराम लगाने का एकमात्र रास्ता है। उन्होंने सवाल किया कि आखिर भाजपा और उसकी सरकार सीबीआई जांच से बच क्यों रही है। इससे यह संदेह गहरा गया है कि घोटालों में उसकी मिलीभगत है। लोक सेवा आयोग की एक हालिया परीक्षा में घपले से इसका खुलासा भी हो चुका है।