उत्तराखंड : 1152 लोगों को दून से विशेष ट्रेन से बेतिया बिहार भेजा गया
देहरादून । जनपद देहरादून स्थित महाराणा प्रताप स्पोर्टस कालेज रायपुर से विभिन्न जनपदों के 40 व्यक्तियों को 2 वाहनों के माध्यम से स्वास्थ्य परीक्षण उपरान्त सम्बन्धित जनपदों क्षेत्रों में भेजा गया, जिसमें, चमोली 9, रूद्रप्रयाग के 26, टिहरी हेतु 2, ऋषिकेश के 3 व्यक्तियों को उनके जनपदोंध् गंतव्य स्थलों को भेजा गया। इसी प्रकार जनपद देहरादून से 1 वाहनों बसों के माध्यम से स्वास्थ्य परीक्षण उपरान्त मध्यप्रदेश के 10 व्यक्तियों को हरिद्वार तक भेजा गया। इसी प्रकार 34 नेपाली नागरिकों को स्वास्थ्य परीक्षण उपरान्त 1 बस के माध्यम से नेपाल हेतु भेजा गया। इसी क्रम में आज जनपद देहरादून रेलवे स्टेशन से 1152 व्यक्तियों को विशेष टेªन के माध्यम बेतिया बिहार भेजा गया है। वायु सेवा के माध्यम से जौलीग्रान्ट एयरपोर्ट पर पंहुचे प्रवासी 201 व्यक्तियों को स्वास्थ्य जांच उपरान्त जनपद में प्रशासन द्वारा अधिग्रहित विभिन्न होटल में संस्थागत क्वारेंटीन किया गया है। इसी प्रकार जनपद के जौलीग्रान्ट एयरपोर्ट से विभिन्न प्रदेशों के 301 व्यक्तियों को गंतव्यों हेतु भेजा गया।
जनपद के विभिन्न चयनित स्थानों पर प्रशासन द्वारा अधिकृत 12 मोबाईल वैन के माध्यम से सस्ते दरों पर 97.50 क्विंटल फल-सब्जियों का विक्रय किया गया। जिला प्रशासन की टीम द्वारा जनपद के ऋषिकेश नगर निगम क्षेत्र में अवस्थित आशुतोष नगरध्बैराज रोड ऋषिकेश में खाद्य एवं दैनिक उपयोग की आवश्यक सामग्री उपलब्ध करवाई गयी। जिलापूर्ति विभाग कन्टेंनमेंट आशुतोष नगरध्बैराज रोड ऋषिकेश में 2 गैस सिलेण्डर वितरित किये गये। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत आशुतोष नगरध्बैराज रोड में 497 उपभोक्ताओं को खाद्यान उपलब्ध कराया गया। दुग्ध विकास विभाग द्वारा गुरू रोड पटेलनगर में 15, ई.डब्लू.एस ब्लाक एमडीडीए में 20, सेवलाकला कन्टेंमेंट जोन में 20 ली0 आशुतोष नगर में ऋषिकेश में 15 ली0, बैराज कालोनी में 20 ली0, शिवाजी नगर ऋषिकेश में 15 ली0, डांडीपुर मौहल्ला में 5, रेसकोर्स नेगी तिराहा में 10 ली0, सतोवाली क्षेत्र में 5 ली0 कुल 125 ली0 दूध विक्रय किया गया। जिला प्रशासन की टीम द्वारा स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से जनपद अन्तर्गत विकासखण्ड चकराता, विकासनगर, सहसपुर, रायपुर व डोईवाला एवं तहसील सदर में कुल 791 निराश्रित पशुओं जिसमें 424 श्वान, 323 गौवंश एवं 44 अन्य पशुओं को चारा व पशु आहार उपलब्ध कराया गया।